वृंदावन जाउंगी सखी | Vrindavan Jaungi Sakhi Lyrics

Vrindavan Jaungi Sakhi

Vrindavan jaungi sakhi lyrics

वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
बाजे मुरली यमुना तीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
वृन्दावन जाऊँगी नहीं फिर लौट के आऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!

श्याम सलौनी सूरत पे दीवानी हो गई !
अब कैसे धारु धीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
छोड़ दिया मैंने भोजन पानी श्याम की याद में !
मेरे नैनन बरसे नीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!

वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
बाजे मुरली यमुना तीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!

इस दुनिया के रिश्ते नाते सब ही तोड़ दिए !
तुझे कैसे दिखाऊं दिल चिर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
नैन लड़े मेरे गिरधर से बावरी हो गई !
दुनिया से हो गई अंजानी सखी वृन्दावन जाऊँगी !!

वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!
वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
बाजे मुरली यमुना तीर सखी वृन्दावन जाऊँगी !!

वृन्दावन जाऊँगी सखी वृन्दावन जाऊँगी !
मेरे उठे विरह की पीर, सखी वृन्दावन जाऊँगी !!

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