Malik Maharo Sawariyo Lyrics: मालिक महारो साँवरियो भजन में एक भक्त भगवान से प्रार्थना करता है कि वे अपनी दिव्य सवारी में सज-धजकर उसके दर्शन देने आएं। भगवान भक्त की सच्ची भक्ति और श्रद्धा को देखकर उसकी इच्छा पूरी करते हैं और अपनी दिव्य सवारी में भक्त को दर्शन देते हैं। यह भजन सिखाता है कि सच्ची भक्ति से भगवान इच्छाएँ पूरी करते हैं।
मालिक म्हारो सांवरिया बन गयो मैं तो चाकरियो,
चाकरियो मैं चाकरियो ओ बाबा सांवरियो को चाकरियो,
जब से फिराई मोरछड़ी,
विपदा घर से दूर खड़ी,
घाटी माहरी हथनियो,
बन गयो मैं तो चाकरियो
मालिक म्हारो सांवरिया
कली काल को महाबली,
चर्चा एह की गली गली,
खाली ना जावे मंगनियो,
बन गयो मैं तो चाकरियो,
मालिक म्हारो सांवरिया…….
अटल छतर तेरी माया,
पार नहीं कोई पाया,
जीत गायो है हार नियो,
बन गयो मैं तो चाकरियो,
मालिक म्हारो सांवरिया…….
बिन बोले तू सब कर गयो,
सेवा पा कर कह तर गयो,
श्याम के जैसो गवनियो,
बन गयो मैं तो चाकरियो,
मालिक म्हारो सांवरिया ||