Setho Ka Seth Lyrics: सेठो का सेठ |

Setho Ka Seth Lyrics

Setho Ka Seth Lyrics: सेठो का सेठ भजन में एक धनवान सेठ की कथा है जो अपनी सम्पत्ति के बावजूद संतुष्ट नहीं था। उसने भगवान से भक्ति और सच्चे समर्पण की प्रार्थना की। भगवान ने उसकी भक्ति देखकर उसकी समस्याएँ दूर कीं और उसे आंतरिक शांति और संतोष प्रदान किया। यह भजन सिखाता है कि सच्ची भक्ति से जीवन में संतोष और शांति मिलती है।

दुनिया में दातार बहुत हैं दिखलाते दातारि
छोटा मोटा माल कमाकर बन बैठे व्यापारी
सेठों का सेठ खाटू वाला अपना तो सेठ खाटूवाला

खाटू में दरबार लगा बैठा है सरकार वहां
श्याम धनी जैसा जग में और कोई दातार कहाँ
दुनिया से साड़ी वो निराला अपना तो सेठ खाटूवाला

जो भी दर पे जाते हैं सब झोली फैलाते हैं
रोते रोते जाते हैं हँसते हँसते आते हैं
झोली में सबकी इसने डाला अपना तो सेठ खाटूवाला

जबसे नाम लिया उसका तबसे मुझको देख रहा
बैठा बैठा मांगू मैं बैठा बैठा भेज रहा
किस्मत का खोला मेरी ताला अपना तो सेठ खाटूवाला

दो हाथों से मांगू मैं सौ हाथों से देता है
थोड़ा थोड़ा मांगू मैं वो लाखों में देता है
बनवारी सेठ है दिलवाला अपना तो सेठ खाटूवाला ||

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