Aarti in Hindi - allbhajan.com https://allbhajan.com/category/aarti/ Bhajan Lyrics Wed, 11 Sep 2024 13:20:39 +0000 en-US hourly 1 https://wordpress.org/?v=6.6.2 https://allbhajan.com/wp-content/uploads/2024/06/Untitled-design-3-150x150.png Aarti in Hindi - allbhajan.com https://allbhajan.com/category/aarti/ 32 32 238645621 Shiv Ji Ki Aarti: शिव जी की आरती https://allbhajan.com/shiv-ji-ki-aarti/ https://allbhajan.com/shiv-ji-ki-aarti/#respond Wed, 11 Sep 2024 13:15:02 +0000 https://allbhajan.com/?p=498 Shiv Ji Ki Aarti: शिव जी की आरती करने के अनेक लाभ हैं। यह आरती मानसिक शांति और आत्मिक सुकून […]

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Shiv Ji Ki Aarti

Shiv Ji Ki Aarti: शिव जी की आरती करने के अनेक लाभ हैं। यह आरती मानसिक शांति और आत्मिक सुकून प्रदान करती है, जिससे तनाव और चिंता कम होती है। शिव जी की आरती से भक्तों को सकारात्मक ऊर्जा और बल मिलता है, जो जीवन में कठिनाइयों का सामना करने में सहायक होता है। यह नियमित पूजा और भक्ति की भावना को प्रबल करती है, जिससे जीवन में समृद्धि और संतुलन आता है। इसके अलावा, शिव जी की आरती परिवार में एकता और सामाजिक सौहार्द को भी बढ़ावा देती है, जिससे संबंध मजबूत और सुखमय बनते हैं।

जय शिव ओंकारा, स्वामी ॐ जय शिव ओंकारा ।
ब्रह्मा विष्णु सदा शिव अर्द्धांगी धारा ॥ ॐ जय शिव…॥

एकानन चतुरानन पंचानन राजे ।
हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

दो भुज चार चतुर्भुज दस भुज अति सोहे।
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

अक्षमाला बनमाला रुण्डमाला धारी ।
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥

श्वेताम्बर पीताम्बर बाघम्बर अंगे ।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥

कर के मध्य कमण्डलु चक्र त्रिशूल धर्ता ।
जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥

ब्रह्मा विष्णु सदाशिव जानत अविवेका ।
प्रणवाक्षर मध्ये ये तीनों एका ॥ ॐ जय शिव…॥

काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी ।
नित उठि भोग लगावत महिमा अति भारी ॥ ॐ जय शिव…॥

त्रिगुण शिवजी की आरती जो कोई नर गावे ।
कहत शिवानंद स्वामी मनवांछित फल पावे ॥ ॐ जय शिव…॥

जय शिव ओंकारा हर ॐ शिव ओंकारा|
ब्रह्मा विष्णु सदाशिव अद्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा…॥

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Lakshmi Ji Ki Aarti 2024: माता लक्ष्मी जी की आरती https://allbhajan.com/lakshmi-ji-ki-aarti-hindi/ https://allbhajan.com/lakshmi-ji-ki-aarti-hindi/#respond Wed, 11 Sep 2024 11:33:27 +0000 https://allbhajan.com/?p=477 Lakshmi Ji Ki Aarti 2024: लक्ष्मी जी की आरती करने से कई लाभ होते हैं। सबसे पहले, यह आर्थिक समृद्धि […]

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Lakshmi Ji Ki Aarti 2024

Lakshmi Ji Ki Aarti 2024: लक्ष्मी जी की आरती करने से कई लाभ होते हैं। सबसे पहले, यह आर्थिक समृद्धि में वृद्धि करती है और धन की कमी को दूर करती है। पारिवारिक सुख-शांति में सुधार होता है, जिससे घर में प्रेम और सहयोग बढ़ता है। आध्यात्मिक दृष्टिकोण से, आरती से भक्ति की भावना गहरी होती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है। संकट और विपत्तियों से राहत मिलती है, जिससे जीवन संतुलित रहता है। इसके अलावा, स्वास्थ्य में सुधार होता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इस प्रकार, लक्ष्मी माता की आरती से जीवन खुशहाल और समृद्ध बनता है।

ओम जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता, मैय्या तुम ही जग माता।
सूर्य-चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता, मैय्या सुख संपत्ति पाता।
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता, मैय्या तुम ही शुभ दाता।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता, मैय्या सब सद्गुण आता।
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता, मैय्या वस्त्र न कोई पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

शुभ-गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि-जाता, मैय्या क्षीरगदधि की जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता, मैय्या जो कोई जन गाता।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता॥
ओम जय लक्ष्मी माता॥

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Hanuman Ji Ki Aarti | श्री हनुमान जी की आरती https://allbhajan.com/hanuman-ji-ki-aarti/ https://allbhajan.com/hanuman-ji-ki-aarti/#respond Wed, 11 Sep 2024 05:16:26 +0000 https://allbhajan.com/?p=472 Hanuman Ji Ki Aarti: हनुमान जी की पूजा के कई महत्वपूर्ण लाभ हैं। सबसे पहले, यह व्यक्ति को मानसिक और […]

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Hanuman Ji Ki Aarti

Hanuman Ji Ki Aarti: हनुमान जी की पूजा के कई महत्वपूर्ण लाभ हैं। सबसे पहले, यह व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करती है, जिससे चुनौतियों का सामना करना आसान होता है। पूजा से आत्म-विश्वास और ऊर्जा मिलती है, जो जीवन की समस्याओं को सुलझाने में सहायक होती है। हनुमान जी की पूजा से संकट और परेशानियाँ दूर होती हैं, और सुरक्षा और संरक्षण प्राप्त होता है। इसके अलावा, यह आध्यात्मिक उन्नति और भक्ति की भावना को भी गहरा करती है। भक्तों को मानसिक शांति, सुख-समृद्धि और मानसिक स्थिरता प्राप्त होती है, जिससे जीवन में संतुलन और खुशी बनी रहती है।

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥

जाके बल से गिरवर काँपे ।
रोग-दोष जाके निकट न झाँके ॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई ।
संतन के प्रभु सदा सहाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

दे वीरा रघुनाथ पठाए ।
लंका जारि सिया सुधि लाये ॥
लंका सो कोट समुद्र सी खाई ।
जात पवनसुत बार न लाई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

लंका जारि असुर संहारे ।
सियाराम जी के काज सँवारे ॥
लक्ष्मण मुर्छित पड़े सकारे ।
लाये संजिवन प्राण उबारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

पैठि पताल तोरि जमकारे ।
अहिरावण की भुजा उखारे ॥
बाईं भुजा असुर दल मारे ।
दाहिने भुजा संतजन तारे ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

सुर-नर-मुनि जन आरती उतरें ।
जय जय जय हनुमान उचारें ॥
कंचन थार कपूर लौ छाई ।
आरती करत अंजना माई ॥
आरती कीजै हनुमान लला की ॥

जो हनुमानजी की आरती गावे ।
बसहिं बैकुंठ परम पद पावे ॥
लंक विध्वंस किये रघुराई ।
तुलसीदास स्वामी कीर्ति गाई ॥

आरती कीजै हनुमान लला की ।
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की ॥
॥ इति संपूर्णंम् ॥

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Aarti Kunj Bihari Ki: श्रीकृष्ण आरती कुंज बिहारी की गिरधर कृष्ण मुरारी की | https://allbhajan.com/aarti-kunj-bihari-ki/ https://allbhajan.com/aarti-kunj-bihari-ki/#respond Tue, 10 Sep 2024 17:34:11 +0000 https://allbhajan.com/?p=467 Aarti Kunj Bihari Ki: कुंज बिहारी की पूजा, जो भगवान कृष्ण के एक रूप हैं, के कई लाभ होते हैं। […]

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Aarti Kunj Bihari Ki

Aarti Kunj Bihari Ki: कुंज बिहारी की पूजा, जो भगवान कृष्ण के एक रूप हैं, के कई लाभ होते हैं। यह पूजा भक्तों को प्रेम, शांति और आध्यात्मिक संतोष प्रदान करती है। भगवान कृष्ण की आराधना से जीवन में सुख और समृद्धि आती है, और समस्याओं का समाधान सहजता से होता है। कुंज बिहारी की पूजा से मन की शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है, जो मानसिक तनाव को कम करती है। यह पूजा भक्ति और समर्पण की भावना को गहराई देती है, और व्यक्ति को सही मार्ग पर चलने में मदद करती है। इसके अलावा, यह संपूर्ण जीवन को खुशहाल और संतुलित बनाती है।

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला।
श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला।
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥

गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली।
लतन में ठाढ़े बनमाली; भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक,
ललित छवि श्यामा प्यारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की।
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं।
गगन सों सुमन रासि बरसै; बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग;
अतुल रति गोप कुमारी की॥ श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥

जहां ते प्रकट भई गंगा, कलुष कलि हारिणि श्रीगंगा।
स्मरन ते होत मोह भंगा; बसी सिव सीस, जटा के बीच, हरै अघ कीच;
चरन छवि श्रीबनवारी की॥ श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू।
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू; हंसत मृदु मंद,चांदनी चंद, कटत भव फंद।।
टेर सुन दीन भिखारी की॥ श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥

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Ganesh Ji Ki Aarti 2024: जय गणेश, जय गणेश देवा, गणेश चतुर्थी पर, यहां पढ़ें गणपति जी की आरती | https://allbhajan.com/ganesh-ji-ki-aarti/ https://allbhajan.com/ganesh-ji-ki-aarti/#respond Tue, 10 Sep 2024 16:29:18 +0000 https://allbhajan.com/?p=461 Ganesh Ji Ki Aarti 2024: गणेश जी की पूजा के अनेक लाभ होते हैं। सबसे प्रमुख लाभ यह है कि […]

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Ganesh Ji Ki Aarti 2024

Ganesh Ji Ki Aarti 2024: गणेश जी की पूजा के अनेक लाभ होते हैं। सबसे प्रमुख लाभ यह है कि गणेश जी विघ्नहर्ता और बाधाओं को दूर करने वाले देवता हैं, जो जीवन की समस्याओं और बाधाओं को मिटाते हैं। उनकी पूजा से मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यह पूजा समर्पण और भक्ति की भावना को बढ़ावा देती है, और व्यक्ति को नए प्रयासों में सफलता प्राप्त करने में सहायता करती है। गणेश जी की आराधना से बुद्धि, समझ और निर्णय क्षमता में वृद्धि होती है, जिससे सभी कार्य सहज और सफल होते हैं।

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥

जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥

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